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थी कभी खुशबू की महक मेरी ज़िंदगी में भी, पर क्या कर

थी कभी खुशबू की महक मेरी ज़िंदगी में भी,
पर क्या करे साहब,,
कुछ दिलों की ख्वाहिशों के लिए...
मुझे आज मुरझाना पड़ा।।।

©Anjaan #Anjaan #shayari #Whatsapp 

#Rose
थी कभी खुशबू की महक मेरी ज़िंदगी में भी,
पर क्या करे साहब,,
कुछ दिलों की ख्वाहिशों के लिए...
मुझे आज मुरझाना पड़ा।।।

©Anjaan #Anjaan #shayari #Whatsapp 

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