#december
नहीं चाहता दिल तुझे अलविदा कहूं दिसंबर,
पर जा तुझे रोक भी नहीं सकती।
दिल में समेट लूंगी तेरी यादों को आख़िरी सांस तक के लिए,
कहती हूं तुझसे ये बात जो आज के बाद तुझसे कह नहीं सकती।
तूने दिया जो बेशकीमती तोहफा जिंदगी का
भूलना चाहूं तो भी कभी भूल नहीं सकती।
तूने इतने अनमोल खजाने छिपाए थे मेरे लिए ख़ुद में,ये मुझे पता ना था