गुलाब के फूल सा दामन, रंगता है प्यार के रंगों से नित मेरे। हर तरह की लाली इसपर लगी, खुशबू अनेक बिखेरता है ये। ममता भरा ये मुलायम सा दामन, बन माँ की घूंघट लिपटता है ये। कई गुस्ताखियाँ छिपाकर दामन, बन ओढ़नी महकता है ये। काँटों से सिमटकर मेरा दामन, अश्रुओं को भी सुखा देता है ये।। ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1023 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।