अलाप रहा वो हृदय,जिसमे तेरी स्मृतियों का वास है, व्यथित हुआ जा रहा हिय जब से हुआ तेरा प्रवास है, इनायत मेरे खुदा से कि सदैव तू खुश और आबाद रहे, सदा तेरा इंतजार है लौट आओगे मुझे यह विश्वास है। 🌝प्रतियोगिता-131🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"तेरा इन्तज़ार है "🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I