White हक़ का लिया है हक़ के अलावा नहीं लिया इक पल भी ज़िन्दगी से ज़ियादा नहीं लिया बर्बाद ज़िन्दगी का सबब पुंछने पे भी मैंने कहीं भी नाम तुम्हारा नहीं लिया कच्चे मकान छूने से गिर जाए ना कहीं इस डर से भी किसी का सहारा नहीं लिया सब कुछ ख़ुदा को सौंप के मैं सब्र कर गई मैंने किसी भी बात का बदला नहीं लिया बंदीश में गर रखूंगी तो उक्ता ना जाए वो मैंने तो बस ये सोच के वादा नहीं लिया प्रिया सिंह लखनऊ ©Priya Singh #sad_shayari #Emotion #urdushayari #Poet #gazal #Reality #loV€fOR€v€R #Khamoshi #kavishala #kavita sad shayari