सब एक दूजे ते ,रिसान रहत है पल पल झगड़ा,,गर्मान रहत है कोउ कुछौ ना,समझा चाहत है मोबाईलन मा बस ज्ञान रहत है पब्जी,वाट्सप,फेसबुक,ट्विटर सबका इनमा बस ध्यान रहत है जीवन के गाड़ी कइसे चले अब जब ड्राइवर ही, घबरान रहत है सब एक दूजे ते ,रिसान रहत है पल पल झगड़ा,,गर्मान रहत है कोउ कुछौ ना,समझा चाहत है मोबाईलन मा बस ज्ञान रहत है पब्जी,वाट्सप,फेसबुक,ट्विटर सबका इनमा बस ध्यान रहत है जीवन के गाड़ी कइसे चले अब जब ड्राइवर ही, घबरान रहत है