सब कुछ जानते हुए भी अनजान रहना चाहती हूं मैं पंछी अभी भी आजाद रहना चाहती हूं । दुनिया के इन फरेबों से हटकर में एक अलग इतिहास रचना चाहती हूं । मैं पंछी अभी भी आजाद रहना चाहती हूं । अपनी ख्वाहिशों के शहर में मैं एक कदम रखना चाहती हूं । तोड़कर उन सभी बेड़ियों को मैं बाहर निकलना चाहती हूं। दुनिया के इन बंदिशों से हटकर मैं खुद पर विश्वास करना चाहती हूं मैं पंछी अभी भी आजाद रहना चाहती हूं। ©Tanya Kumari # Freedom of expression.