मैंने भी रुख मोड़ लिया मैं जो रास्ते पे चल पड़ी मुझे मंदिरो ने दी आवाज़ मुझे मस्जिदों ने दी सज़ा मेरी सांस भी रूकती नहीं मेरे पाव भी थमते नहीं मेरी आह भी गिरती नहीं मेरे हाथ जो बढ़त नहीं ये जो ज़ख्म है भरते नहीं यही गम है जो मरते नहीं तुमने जब मुँह फेर लिया हमने भी रुख मोड़ लिया.. #मुँहफेरलिया #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #सुचितपाण्डेय #suchitapandey मैंने भी रुख मोड़ लिया मैं जो रास्ते पे चल पड़ी मुझे मंदिरो ने दी आवाज़ मुझे मस्जिदों ने दी सज़ा मेरी सांस भी रूकती नहीं मेरे पाव भी थमते नहीं