!! पुण्यतिथि स्मरण !! ©Purohit Nishant कलम को समर्पित फनकारों की याद में... 'साहित्य-वाचस्पति' गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही' इन्होंने 'सनेही' उपनाम से कोमल भावनाओं की कविताएँ, 'त्रिशूल' उपनाम से राष्ट्रीय कविताएँ तथा 'तरंगी' एवं 'अलमस्त' उपनाम से हास्य-व्यंग्य की कविताएँ लिखीं। इनकी देशभक्ति व जन-जागरण से सम्बद्ध कविताएँ अत्यधिक प्रसिद्ध रही हैं। इन्हें हिन्दी काव्य सम्मेलनों का प्रतिष्ठापक कहा जाता है। अवघ प्रान्त के अनेक विद्धानों ने भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान अपने तरीके से अंग्रेजी शासन के विरूद्ध संघर्ष करने की प्रेरणा दी ।