होती रहीं कुछ बातें रूखी सी, उन रूखी बातों में रहीं शर्तें कयी। दोनों जानते थे, समझते थे, उस 'पीड़ा' का असर कि उनकी शर्तों में भी थी एक दूसरे की फ़िक़्र। उस लम्हें में दर्द देती रही वो बातें दिल को, रुलाती रही, घाव करती गई, बिछड़न की वो निर्दयी रातें। पर ये बातें और रातें समझा गई उन्हें, और चुनौती दे गई इस वक़्त को, 'जुदा' रहे जो 'आज' 'जुड़े' रहेंगे 'जन्मों जन्मों' के लिए.. वे तो बिछड़ के भी साथ थे, उनकी नफ़रत में भी प्यार था, नज़रंदाज़ी में भी फ़िक़्र रही, और भरोसा बेशुमार था। #शर्तें #फ़िक़्र #प्यार #बिछड़न #दर्द #yqbaba #yqdidi Photo credits : ava7.com