वो साथ थे, दोस्ती का तकाज़ा था उम्र तलक वादो का साथ था। हमने सुना दिया हाले दिल तमाम, बना कर राजदार, राज थमा दिया। सलाम है उनको, आहिस्ता-आहिस्ता किस्सा तमाम कर गए, सब अपना किया, वादो से मुकर गए, तमाम उम्र हम कोसते रहे अपने रिश्ते नातो को, आज खबर लगी, सारा खेल दुश्मन जैसे दोस्त कर गए । arvind bhanwra December (day 12)दुश्मन जैसे दोस्त ।