चांद कहा हमने उसे, वो चांद हो गया। हर रोज़ उसका अलग, एक रूप हो गया। आता कभी पूरे रूप पर अपने, तो चांदनी उसके पीछे चले। ना आये रात जिस वो, दुनिया ये अंधेरे में जले। दिन सूर्य सा सत्य-प्रत्यक्ष, वयस्त जीवन क्रीया का। रात चन्द्र अधूरे-टूटे स्वप्नो का, सवरूप साक्षात धर आये। #brokenhearts #istillloveu #istillwaitforu