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अच्छा चलो सच बताना ..... अच्छा चलो सच बताना ... !

अच्छा चलो सच बताना .....

अच्छा चलो सच बताना ... !!!
अच्छा चलो सच - सच बताना ... !!!
क्या अगर मेरे पास सरकारी नौकरी और ...
ढेर सारा पैसा नहीं ... तो क्या मुझपे थूकेगा ये जमाना ... ???

ना मेरे पिता का था कोई शाही नाम ... और ना ही उनके पास कोई बड़ा सा दो नंबर का काम था ... !!!
एक बात बताओ ... मेरे माॅं - बाप का गरीब होना 
ही क्या एक मात्र पाप था ... ???

क्या तुमको पता भी हैं ... उनके पास उस वक़्त बेबसी, लाचारी, उम्मीद और ज़िम्मेदारी का ही बस साथ था ... !!! 

उनका अपने बच्चो को अपने पैरों पे खड़े देखने का सिर्फ़ एक छोटा सा ख़्वाब था ... !!!
चलो अब ये भी बताओ क्या मेरे उनके सपनों को सच करना ... अपने पैरों पर खड़े होना ही ... क्या सबसे बड़ा श्राप था ... ???

चलो तो तुम आज फिर सब सच - सच बताना ... !!!
क्योंकि आज एक बच्चे को हैं ... अपने माॅं - बाप के हर संघर्ष को हैं समझाना ... !!!

अगर अभी भी तुम्हें ये धर्म - कर्म, जात - पात, धन - दौलत,
 सरकारी नौकरी, अहंकर, द्वेष, ईर्ष्या और घृणा ही हैं दिखाना ... !!! 
तो एक माश्वरा देता हूॅं ... दोस्त !! 
ख़ुद को कभी आईने के सामने ना लाना ... !!!
शर्मशार हो जाओगे ... फ़िर ना मिलेगा कोई दूसरा बहाना ... !!!

और जिनको मेरी बात भाए ... दोस्तों छोड़ो इनको ...
आगे बढ़ो ... किसी मतलब का नहीं हैं अब ये ज़माना !!! तुम खुद पर यकीन करो और चलते चलो ...
क्योंकि तुम्हें तुम्हारे और .... तुम्हारे माता - पिता के सपनों को हैं सच करके दिखाना .. !!

अग्रसर हो तुम अपने लक्ष्य की ओर ... फ़िर देखो क्या कर लेगा तुम्हारा ... ये ज़माना ... ।।

बस एक गुज़ारिश हैं तुम याद रखना मेरी इस बात को ... 
फ़िर कभी आके सच सच बताना ... क्या सच में कुछ कर पाया ये ज़माना ... 
क्या सच में कुछ कर पाया ये ज़माना .. ??

- vikas.dwivedi_viknonymous सच सच बताना ... ??

#Eid-e-milad
अच्छा चलो सच बताना .....

अच्छा चलो सच बताना ... !!!
अच्छा चलो सच - सच बताना ... !!!
क्या अगर मेरे पास सरकारी नौकरी और ...
ढेर सारा पैसा नहीं ... तो क्या मुझपे थूकेगा ये जमाना ... ???

ना मेरे पिता का था कोई शाही नाम ... और ना ही उनके पास कोई बड़ा सा दो नंबर का काम था ... !!!
एक बात बताओ ... मेरे माॅं - बाप का गरीब होना 
ही क्या एक मात्र पाप था ... ???

क्या तुमको पता भी हैं ... उनके पास उस वक़्त बेबसी, लाचारी, उम्मीद और ज़िम्मेदारी का ही बस साथ था ... !!! 

उनका अपने बच्चो को अपने पैरों पे खड़े देखने का सिर्फ़ एक छोटा सा ख़्वाब था ... !!!
चलो अब ये भी बताओ क्या मेरे उनके सपनों को सच करना ... अपने पैरों पर खड़े होना ही ... क्या सबसे बड़ा श्राप था ... ???

चलो तो तुम आज फिर सब सच - सच बताना ... !!!
क्योंकि आज एक बच्चे को हैं ... अपने माॅं - बाप के हर संघर्ष को हैं समझाना ... !!!

अगर अभी भी तुम्हें ये धर्म - कर्म, जात - पात, धन - दौलत,
 सरकारी नौकरी, अहंकर, द्वेष, ईर्ष्या और घृणा ही हैं दिखाना ... !!! 
तो एक माश्वरा देता हूॅं ... दोस्त !! 
ख़ुद को कभी आईने के सामने ना लाना ... !!!
शर्मशार हो जाओगे ... फ़िर ना मिलेगा कोई दूसरा बहाना ... !!!

और जिनको मेरी बात भाए ... दोस्तों छोड़ो इनको ...
आगे बढ़ो ... किसी मतलब का नहीं हैं अब ये ज़माना !!! तुम खुद पर यकीन करो और चलते चलो ...
क्योंकि तुम्हें तुम्हारे और .... तुम्हारे माता - पिता के सपनों को हैं सच करके दिखाना .. !!

अग्रसर हो तुम अपने लक्ष्य की ओर ... फ़िर देखो क्या कर लेगा तुम्हारा ... ये ज़माना ... ।।

बस एक गुज़ारिश हैं तुम याद रखना मेरी इस बात को ... 
फ़िर कभी आके सच सच बताना ... क्या सच में कुछ कर पाया ये ज़माना ... 
क्या सच में कुछ कर पाया ये ज़माना .. ??

- vikas.dwivedi_viknonymous सच सच बताना ... ??

#Eid-e-milad