अजी सुनो ! बहुत कुछ अनकहा रहगया दरम्यान हमारे कभी गृहस्थी सम्भालने में तो कभी बच्चे पालने में ! दो पल साथ जो अगर बैठे थे तुम मेरे तो तुम्हें कभी अम्मा ने पुकारा तो कभी दोस्त यारों ने! क्या कहते दिल का हाल तुमसे तुम यूँ बेहाल हो कर घर आते कभी खा लेते खाना तो कभी खा कर आया हूँ कहकर सो जाते... ©Roshani Thakur lagend talk