होठों से छू लो दिल के सारे सोए एहसास जाग जाएंगे, दिल के सारे दर्द-ओ-गम हमसे कोसों दूर भाग जाएंगे। अपनी गर्म सांसों की तपिश से मेरे तन मन को पिघला दो, आगोश में भर लो हमको, हम जमीं पर ही जन्नत पा जाएंगेे। {हुस्न की तारीफ हो और होठों की बात ना आये ऐसा नहीं हो सकता} ********************************************************************************************** कैप्शन ध्यानपूर्वक पढ़ें I ❄ केवल 4 पंक्तियों में रचना करें I ❄फॉन्ट छोटा रखें, जिससे वॉलपेपर ख़राब ना होI