मेरी जिंदगी को हसीं रंगों से तुम्हारे प्यार ने सजाया था, जिंदगी की मुश्किल राहों पर तुमने चलना सिखाया था। यूंँ हाथ छोड़कर क्यों चले गए तुम हमको वजह बता दो, हुई है हमसे अगर कोई खता तो आकर हमको सजा दो। यूंँ मुंँह मोड़ कर मेरी जिंदगी को तन्हाइयों से तुम ना भरो, छोड़ दो अपनी बेवजह की जिद तुम कोई जिद्द ना करो। तन्हा कटता नहीं जिंदगी का सफर अकेले हैं चले आओ, विरानी भरी है चारों तरफ तन्हाई मिटाने ही चले आओ। "एक सोच" का दिल तुम्हारे बगैर कहीं भी लगता नहीं है, और ना तड़पाओ जहांँ भी हो चले आओ तुम चले आओ। ♥️ Challenge-630 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।