आ भी जाओ ना, शाम की उदासी में सिमटी तारों भरी रात है किसी से ना मांगी आजतक जो, तुमसे आज मांगी वो खैरात है। शाम की उदासी में उदास हो जाती है हर *शय। *शय - वस्तु #शामकीउदासी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi