शहर की रोशनी से , हमारी नाराज़गी आज भी जारी हैं, यहां गम तो मिले हैं बहुत मगर , अब हमें गम में डुबाने की तैयारी हैं। ©S.P.Singh कुछ गम छुपाए बैठे हैं, कुछ गम दिखाए बैठे हैं, ये रोशनी बड़े दर्द देती हैं, अब किसी से हम कहां कहते हैं।। #City 😔😔