काश कोई और दुनियां होती जन्हा बसा पाते हम अपना जन्हा जन्हा तुम तुम और मैं मैं होती रस्मो रिवायतों से परे एक ऐसा जन्हा जन्हा खुला आसमां और अपनी ज़मीं होती कोई रिवाजों की जंजीर न होती रिश्तों की कोई दीवार न होती काश कोई और दुनियां होती @deepali dp #mojzamiracle #deepalidp #rahaterooh #jashnerekhta #hindishayari #anotherworld