वफ़ाई या वेबफ़ाई इसकी थी न मुझे खबर एकतरफ़ा थी मेरी मोहब्बत, या अन्जा रहा तू सच जानकर आँखें नम पानी कम, मुस्कराहट के साथ खुद को दफनाना सीख लिया क़त्ल करके खुद का जिंदगी का मजा लेना सीख लिया छोड़ कर क़ब्र अपनी, सफर आगे का तय होने लगा था सच तो ये कि उस रोज से टूटे दिल का मुक़म्मल एहसास होने लगा था Nojoto Maya 'shayari # mukmbal