आँखों की झील से दो कतरे क्या निकल पड़े.. मेरे सारे दुश्मन एकदम खुशी से उछल पडे। आँखों की झील से दो कतरे क्या निकल पड़े.. मेरे सारे दुश्मन एकदम खुशी से उछल पडे।