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बडे नसीब वाले होते है जिनको ईश्वर स्वंय दर्शन दे

  बडे नसीब वाले होते है जिनको ईश्वर स्वंय दर्शन दे दें, 
ऐसा ही कुछ हमारे परिवार के साथ भी हुआ।
 साक्षात स्वंय पवनपुत्र बजरंगबली
जी ने दिन के अंतिम पहर(संध्या काल) के वक्त आसमान रुपी बादलों में अपने होने का अहसास कराया।
शुक्रगुज़ार है उस महावीर के, उस प्रभु श्री राम के सेवक के,सीता मईया के रक्षक के, बल के, बुद्धि के, ज्ञान के, और देवालयों के हिमालयों के श्रष्टि_के_पिता और देवो के देव महादेव शिव शकंर भोलेनाथ के अवतार अजनीं के लाल प्रभु श्री हनुमान जी जिन्होंने स्वंय दर्शन देकर जिस तरह हम छोटे से टुच्छ से मनुष्यों का जीवन धन्य कर दिया।
यूं ही आपका आशीर्वाद आपका आशीष आपका स्नेह पूर्वक साथ मिलता रहें।
जीवन यूं ही आपकी देखरेख में गुजरता रहें।
दिली भावनाओं के साथ आपके द्वार मेहंदीपुर बालाजी में जल्दी कूच करेंगें
  बडे नसीब वाले होते है जिनको ईश्वर स्वंय दर्शन दे दें, 
ऐसा ही कुछ हमारे परिवार के साथ भी हुआ।
 साक्षात स्वंय पवनपुत्र बजरंगबली
जी ने दिन के अंतिम पहर(संध्या काल) के वक्त आसमान रुपी बादलों में अपने होने का अहसास कराया।
शुक्रगुज़ार है उस महावीर के, उस प्रभु श्री राम के सेवक के,सीता मईया के रक्षक के, बल के, बुद्धि के, ज्ञान के, और देवालयों के हिमालयों के श्रष्टि_के_पिता और देवो के देव महादेव शिव शकंर भोलेनाथ के अवतार अजनीं के लाल प्रभु श्री हनुमान जी जिन्होंने स्वंय दर्शन देकर जिस तरह हम छोटे से टुच्छ से मनुष्यों का जीवन धन्य कर दिया।
यूं ही आपका आशीर्वाद आपका आशीष आपका स्नेह पूर्वक साथ मिलता रहें।
जीवन यूं ही आपकी देखरेख में गुजरता रहें।
दिली भावनाओं के साथ आपके द्वार मेहंदीपुर बालाजी में जल्दी कूच करेंगें

बडे नसीब वाले होते है जिनको ईश्वर स्वंय दर्शन दे दें, ऐसा ही कुछ हमारे परिवार के साथ भी हुआ। साक्षात स्वंय पवनपुत्र बजरंगबली जी ने दिन के अंतिम पहर(संध्या काल) के वक्त आसमान रुपी बादलों में अपने होने का अहसास कराया। शुक्रगुज़ार है उस महावीर के, उस प्रभु श्री राम के सेवक के,सीता मईया के रक्षक के, बल के, बुद्धि के, ज्ञान के, और देवालयों के हिमालयों के श्रष्टि_के_पिता और देवो के देव महादेव शिव शकंर भोलेनाथ के अवतार अजनीं के लाल प्रभु श्री हनुमान जी जिन्होंने स्वंय दर्शन देकर जिस तरह हम छोटे से टुच्छ से मनुष्यों का जीवन धन्य कर दिया। यूं ही आपका आशीर्वाद आपका आशीष आपका स्नेह पूर्वक साथ मिलता रहें। जीवन यूं ही आपकी देखरेख में गुजरता रहें। दिली भावनाओं के साथ आपके द्वार मेहंदीपुर बालाजी में जल्दी कूच करेंगें #लेखक_विवेक_ठाकुर