ऐसा करते हैं आज दिल में मेरे क्या है ये कैसे मैं तुझे बताऊँ। शायद एक तेरा दिल ही है जहाँ सुकूँ मैं पाउँ। बहुत रह लिए हम दोनों तू और मैं बनकर ऐसा करते हैं अब कि तुम मैं और मैं तुम हो जाऊँ। अवधेश कनौजिया© #pehli_dafa ऐसा करते हैं आज दिल में मेरे क्या है ये कैसे मैं तुझे बताऊँ। शायद एक तेरा दिल ही है जहाँ सुकूँ मैं पाउँ। बहुत रह लिए हम दोनों