हमनें जीने के लिए हवा पर ज़रा गुमान क्या कर लिया, "हिमांश" उसने तो बहने की दिशा ही बदल दी॥ (वक़्त के साथ नमी भी बढ़ती है) (हवाओं में बहाव की कमी भी बढ़ती है) -बदलाव ©Himanshu Tomar #बदलाव_भी_जरूरी_है