राम राम भजता रह प्राणी, जीवन तर जाएगा। प्रभु के श्री चरणों में आकर, भूल सुधर जाएगा। उर आँगन में साँझ सवेरे, झाड़ू रोज लगाना। लालच के कचरे को प्रतिदिन, खुद से दूर हटाना। मानवता की रक्षा खातिर, जो चाहे कर जाओ। मानवता के शत्रु से लड़कर, अपना धर्म निभाओ। छल,दंभ और द्वेष रहित जो,प्रभु का ध्यान लगाते। कांतियुक्त अद्भुत स्वरूप का, सचमुच दर्शन पाते। #सार_छंद #ईश्वर_सत्य_है #विश्वासी