आज गुमनाम है जो नाम मेरा जग से छुपता काम मेरा सफलता की उन राहो को चुमु हे ईश्वर ये स्वीकार कर पैगाम मेरा बुरे हालातो से गुजरते वक्त है जाने क्या होगा अंजाम मेरा यहां कोई मेरा अपना नही है मतलबी जहां से नाम मेरा सफलता की राहो को चुमु हे ईश्वर बस करदो इतना सा काम मेरा ------भरत