क्या हुआ! उदास लगती हो| पर अफसोस मुझे अब हंसाना नही आता| सुनो!यहां मत ठहरना क्युकी इस गली मे वफादारो का आना मना है| अब ये मत कहना | कि तुम्हे मुझसे फिर से प्यार हो गया| पर अब मुझे नफरत के सिवा कुछ नही आता| अरे!फिर पढ रही हो वफा ऐ मोहब्बत की किताबो को| पर अब तो वेबफाई को मोहब्बत लिखा जाता है| #ab nahi