आज वही आस ले बैठे न मिलने की वो बात की तलाश में न होगी कभी रुकसत इस गुमनाम जिंदगी से बात पे बात मगर नाकाम हो गई आज यही जिंदगी बदनाम हो गई बन चुकी है निशान लोभ और प्रपंच की कर रहे इस्तेमाल लोग इसे अपने स्वार्थ में क्या अब भी कोई षड्यंत्र बाकी है अब तो तरस गए है इस द जिन्दगी की झलक के लिए जो कभी प्यास बुझा सके इस जमाने की तरस गए हैं... #तरसगए #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi HELLO DEAR JINDAGI I'm waiting 4you