Nojoto: Largest Storytelling Platform

चूम कर मेरी मय्यत को ,वो अश्क बहा रही थी देर से ही

चूम कर मेरी मय्यत को ,वो अश्क बहा रही थी
देर से ही सही  मुझ पर हक जता, वो अपना दिल ए हाल बता रही थी
ये बाहें भी उनको अपने आग़ोश मे लेना चाह रही थी
मगर धड़कने मेरी आज मुझसे,रकीबो सा रिश्ता निभा रही थी........ #जलज_राठौर #NojotoQuote चूम कर मेरी मय्यत को ,वो अश्क बहा रही थी
देर से ही सही  मुझ पर हक जता, वो अपना दिल ए हाल बता रही थी
ये बाहें भी उनको अपने आग़ोश मे लेना चाह रही थी
मगर धड़कने मेरी आज मुझसे,रकीबो सा रिश्ता निभा रही थी........ #जलज_राठौर
चूम कर मेरी मय्यत को ,वो अश्क बहा रही थी
देर से ही सही  मुझ पर हक जता, वो अपना दिल ए हाल बता रही थी
ये बाहें भी उनको अपने आग़ोश मे लेना चाह रही थी
मगर धड़कने मेरी आज मुझसे,रकीबो सा रिश्ता निभा रही थी........ #जलज_राठौर #NojotoQuote चूम कर मेरी मय्यत को ,वो अश्क बहा रही थी
देर से ही सही  मुझ पर हक जता, वो अपना दिल ए हाल बता रही थी
ये बाहें भी उनको अपने आग़ोश मे लेना चाह रही थी
मगर धड़कने मेरी आज मुझसे,रकीबो सा रिश्ता निभा रही थी........ #जलज_राठौर