चूम कर मेरी मय्यत को ,वो अश्क बहा रही थी देर से ही सही मुझ पर हक जता, वो अपना दिल ए हाल बता रही थी ये बाहें भी उनको अपने आग़ोश मे लेना चाह रही थी मगर धड़कने मेरी आज मुझसे,रकीबो सा रिश्ता निभा रही थी........ #जलज_राठौर #NojotoQuote चूम कर मेरी मय्यत को ,वो अश्क बहा रही थी देर से ही सही मुझ पर हक जता, वो अपना दिल ए हाल बता रही थी ये बाहें भी उनको अपने आग़ोश मे लेना चाह रही थी मगर धड़कने मेरी आज मुझसे,रकीबो सा रिश्ता निभा रही थी........ #जलज_राठौर