कुछ कहा कुछ लिख डाला, होश जब जब सम्भाला, पूछ बैठा मैं आलम, पर भिगा मुझको डाला, क्यों बरसता है आख़िर पी गया कोई हाला, दर्द सीने मैं छुपा, चाँद पढ़ गया काला, कुछ कहा #yqdidi #yqbaba #yqhindi #yqhindiurdu #yqshayari