एक पल के लिए क्यों उम्र भर के लिए भूल जाओ यही काम रोज़ करती हो तुम अब मुझसे दूर जाओ नही चाहिए तुम्हारा साथ हमे न तुम्हारा वादा वफ़ा अब बस करो तुम और मेरे ज़िन्दगी से दूर जाओ रितेश श्रीवास्तव हमारी अधूरी कहानी