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एक पंक्षी ही तो था मै उसकी खूबसूरत आंखो में कैद ,

एक पंक्षी ही तो था मै 
उसकी खूबसूरत आंखो में कैद ,
ना आसमानों में उड़ने की चाह ,
ना उस कैद से रिहा होने का मन ,

लेकिन फिर ऐसा हुआ 
की हम 
अब उसके लिए हम ,
हम ना रहे ,
अब उसकी कैद में  कैदी हो गए ,

और फिर उन्होंने मुझे रिहा कर दिया ,
यह कहकर 
की तुम्हे अब खुद में रहना चाहिए ,
खुद को खुद में जीना चाहिए ,

पर अब उसे कौन बताए ,
की मै खुद में तो जी लू,
पर मै 
अब खुद कहा हूं ।
एक पंक्षी ही तो था मै 
उसकी खूबसूरत आंखो में कैद ,
ना आसमानों में उड़ने की चाह ,
ना उस कैद से रिहा होने का मन ,

लेकिन फिर ऐसा हुआ 
की हम 
अब उसके लिए हम ,
हम ना रहे ,
अब उसकी कैद में  कैदी हो गए ,

और फिर उन्होंने मुझे रिहा कर दिया ,
यह कहकर 
की तुम्हे अब खुद में रहना चाहिए ,
खुद को खुद में जीना चाहिए ,

पर अब उसे कौन बताए ,
की मै खुद में तो जी लू,
पर मै 
अब खुद कहा हूं ।
anujrajput2797

Anuj Rajput

Bronze Star
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