इश्क़ में दिल के तार-तार बज जाते हैं तन्हा रातों में कई बार बज जाते हैं वक्त का पता कहाँ चलता है मोहब्बत में सोते-सोते..तीन-चार बज जाते हैं --प्रशान्त मिश्रा "3-4 बज जाते हैं"