कलम और कागज़ कलम से कागज़ पर मैंने अपने जज़्बात लिखे दिल के सारे हालात लिखे पढ़ कर हर कोई रोया मैंने उसमे ऐसे दर्द भरे अल्फ़ाज़ लिखे लिखा कि बिस्तर की शय्या पर अंतिम साँसे गिन रहा हूँ मैं और बस आँखे खुली है तेरे इंतज़ार में तू आये तो पलके मूंद लू मैं चैन से तू आये तो पलके मूंद लू मैं चैन से