क़लम को समर्पित साहित्यकारों की याद में...
पद्म भूषण विजय तेंडुलकर
विजय तेंडुलकर और गिरीश कर्नाड. ये वो दो नाम हैं, जिन्होंने थिएटर के लिए कालजयी नाटक लिखे.
इनके लिखे नाटक आज भी थिएटर के कलाकार खेलते हैं और जनता उतने ही चाव से देखती है. गिरीश कर्नाड के लिखे नाटक ‘तुगलक’, ‘हयवदन’ और ‘ययाति’ अमर होने में समय से होड़ ले रखी है.
विजय तेंडुलकर के लिखे ‘सखाराम बाइंडर’ और ‘घासीराम कोतवाल’ भी जैसे नाटक भी ताज़ातरीन रहने का वरदान पा गए हों जैसे.
आज गिरीश कर्नाड का जन्मदिन और विजय तेंडुलकर की बरसी है.
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