Nojoto: Largest Storytelling Platform

निश्चय ही ज्ञात है, ये हम दोनों को कि,.. कभी कोई इ

निश्चय ही ज्ञात है, ये हम दोनों को कि,..
कभी कोई इस रिश्ते को, प्यार नहीं कह सकते।
जानबूझकर मृगतृष्णा में भाग रहे हैं,
क्यों एक रात भी, एक दूजे बिन रह नहीं सकते।
फिक्र नहीं अंजाम की कोई, जब तक 
प्राण पखेरू हैं घट में, बिना रुके  हम मिलते रहेंगे।
तन मन की तृप्ति के खातिर किया फैसला,
किस दिन डूब जाएगा ये टाइटैनिक ,कह नहीं सकते।
जानबूझकर मृगतृष्णा में भाग रहे हैं,
क्यों एक रात भी एक दूजे बिन रह नहीं सकते।

©Anuj Ray
  # जानबूझकर मृगतृष्णा में भाग रहे हैं
anujray7003

Anuj Ray

Bronze Star
New Creator
streak icon68

# जानबूझकर मृगतृष्णा में भाग रहे हैं #लव

851 Views