अब मैं अकेला ही रह गया हूं । निकला था साथ में कारवां, अब मैं खुद ही जैसे कश्ती का मुसाफिर और खवैया बन गया हूं। अपनों ने कहा था कि साथ निभाएंगे, वादा किया था कि कभी अकेला ना छोड़ जाएंगे, पर वादे भी उनके उनकी तरह नकली निकले, बीच रास्ते, मुश्किलों के बीच, हाथ छोड़, सब चलते बने । तन्हाई की सड़क पर... #तन्हाईकीसड़क #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqquotes #yqhindi