बदलकर खुद से दोस्त चला जाऊंगा, ढूंढना किसी मोड़ पर मिल जाऊंगा। जब नई उम्मीद के साथ कभी आऊंगा, आस लिए आशाओं की बता जाऊंगा। बेइंतेहां किसी से दोस्त मिल पाऊंगा, हां मैं सबको अकेला छोड़ जाऊंगा। लौटकर बुलाओगे तो भी ना आऊंगा। यादें सारी छोड़कर अकेला जाऊंगा। ©Hardik Mahajan #walkalone #Mussing #poetry #Life_experience #tata #byebye #takecare #hardikMahajan