सावन दिल दरिया तन्हाई इसमे मौज सभी को आई मेरी याद मैं तू ही तू है तुझको मेरी याद न आई बूँदो की खन खन से देखो ये धरती हरियाई हरे भरे रंग मै साजन अब हमसे सही न जाय जुदाई सावन