पक्षपात पक्षपात=पक्ष+पात पक्ष-ओर;तरफ;पार्श्व पात-गिरने या गिराने की भाव ;झुकाव शब्दार्थ से पता चलता है कि कोई भी व्यक्ति या वस्तु;जड़ या चेतन पक्षपात जरूर करता है।कहने का तात्पर्य है कि किसी एक तरफ अपनी झुकाव या लगाव रखता है।जैसे अच्छे लोग अच्छाई का साथ देंगे और बुरे लोग बुराई का।धर्मी धर्म के साथ रहेंगे और अधर्मी अधर्म के साथ।जानवर जानवर के साथ रहना पसंद करेंगे जबकि इंसान इंसानों के साथ।कुछ जड़ वस्तु के उदाहरण देखें- शक्कर और कंकड़ को ही ले लें ।शक्कर पानी के साथ घुल-मिल जाएगा जबकि कंकड़ नहीं घुलेंगे ।ऐसे ही कितने सारे उदाहरण मिलेंगे।खैर छोड़िए मेरा कहने का तात्पर्य है कि हम इंसान है ।सृष्टि ने हमें वुद्धि विवेक संग सृजित किया है। सदा सत्य,अहिंसा और धर्म -कर्म का ही पक्ष लेना चाहिए,ताकि समस्त जगत का कल्याण हो। *मेरी ये अपनी राय है,कहीं त्रुटि हुई हो तो क्षमा प्रार्थी हूं।🙏 ©Harlal Mahato #WForWriters #पक्षपात #Nojoto #nojotohindi#right_or_wrong कवि राहुल पाल Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" Tarani Nayak(disha Indian). Antima Jain indira Asha...#anu Priya Gour TAMANNA NAIN(taani) Dr SONI vks Siyag Shweta Dayal Srivastava