इनायत हर खुशी आपकी हो तेरे ख़ामोश होठों पर मुहोब्बत गुनगुनाती है तेरी आवाज़ ना सुने उस दिन दिल उदास रहेता है ©Anita Najrubhai #5Line Poetry खामोश होठों पर