ये सर्द सुनहरी सुबह है, और ये सर्द सुनहरी सुबह है,और सर्द.हवा भी है नम। ज़िन्दगी भी बन जाए सुनहरी, आंखे न हो नम। छट जाए गम के कोहरे,आंखे हो खुशी से नम। ज़िन्दगी में हो खुशी की बहार,दिल बने गुलशन। ऐसे ही सुनहरी बन जाए हर रिश्ता,न हो तनाव। हर शक्स को हो एक दूजे से अपनत्व का लगाव। बन जाए महकता ये गुलसिता हिंदुस्तान हमारा। #सुनहरी सुबह*