Nojoto: Largest Storytelling Platform

एक पहर एक ख़बर, तुम को हम से प्यारा कौन है, धूप मे

एक पहर एक ख़बर,
तुम को हम से प्यारा कौन है,
धूप में तुम छाव हो, बारिशों में छत्र हो,
तुम शर्दियों में अलाव हो,।

एक पहर एक ख़बर,
कहते हो आँखों के चिराग़ हो,
भविष्य का तुम ख़्वाब हो,
ढूंढते हो तुम हमें आँख से जो ओझल हुए।

एक पहर एक ख़बर,
चौट लग जाए हमें दर्द होता है तुम्हें,
आँख से अश्रु नहीं दिल रोता है तुम्हारा,
जीत जाए हम अगर फक्र से तन जाता है सीना तुम्हारा,
जीतना प्यार हमसे है तुम को, 
हम को भी तुम से,
बस एक पहर एक ख़बर।

©Tarun RAJPUt 
  #maa_papa
tarunrajput3494

Penman

New Creator