ज़ाहिर भी कर रही थी कुछ,कुछ छुपा भी रही थी,…..उसकी पलकें झुकीं हुईं थीं,और वो मुस्कुरा भी रही थी…! 8839331071 #NojotoQuote ज़ाहिर भी कर रही थी कुछ,कुछ छुपा भी रही थी,…..उसकी पलकें झुकीं हुईं थीं,और वो मुस्कुरा भी रही थी…!