ख़ामोश नारी जाति को तो संसार शुरू से ही दबाता आ रहा है यहाँ तक की विश्व के प्रसिद्ध वेदों में भी इस बात ब्यौरा है अर्थवेद में लड़कियों के जन्म की निंदा की जाती थी मैत्रयणी ग्रथं में भी औरतो को सिर्फ जुए और खेल में प्रयोग करने वाली वस्तु समझा जाता था कुछ न कुछ हमारा संसार अब बदला है, परंतु वे दिन भी दूर नही जो प्राचीन समय से भी भयंकर होगा!! आज के इस भयानक युग को देखकर एहसास होता है कि लोग अर्थवेद वाली बात सिद्ध न कर दें।। और सदा के लिए इस संसार से औरत के वजूद को खामोश ने कर दें #नारी #खामोश #हत्या