यूँही ना गुज़रे वो लम्हें तन्हाई के वक़्त ए हालात में धड़कन ग़िरफ़्तार रहा कुछ अश्क़ बेसक आज इन नज़रों में मौजूद देखों " काज़ल " के सहारे कैसे नई कहानी सजा रहा Pc google