साखों पर पत्ते आते हैं तो झुकाव आता है, कंधों पर बोझ पड़ने से ही ठहराव आता है। मदमस्त होकर जवानी में घूमते हैं बेपरवाह, समय कीमती कितना है बाद में हिसाब आता है। ©Nitin Sharma NiSn #ठहराव #हिसाब #कीमती_वक्त #alone