कालैज मै आए पाछछै कुछ यार मन्नै बनाए रै कुछ ते थै गैल कुछ और गैल आए रै मस्ती दैख इनकी मै भी मस्त हो जाया करू थोडा सा अल्लड पण ईब मै भी दिखाया करु पढाई मस्ती हसी ठिठोली यै सब हिस्सै मै आए रै कालैज मे आए पाछछै........................... यै कदै चाद तोडे कदै सितारा कि बात करै है एक गैल दिल मिलै दूसरी की तैयारी करै है इतनी कसमे तोड ली जिदंगी की फिकर करै ना इस भीततै बालकपन मै रब नै आचछै सीन दिखाये रै कालैज मै आए पाछछै................................ किसे का ध्यान भंग कोई सरहद पै जाणा चाह सै कोई चावै सियासत मे उतरणा कोई मास्टर बनना चाह सै नौकरी की फिकर ना कर दमन ब्याह तैरा भी होजागा क्यो तु बिरानै तवै पै रोटी अपनी पकावै है सच मै उस रब तै बडकै मन्नै थम चाहै रै कालैज मे आए पाछछै............................ कालैज मै आए पाछछे