तस्वीर ये बारिश भी मुझे - इस कदर चिढ़ाने लगी । अपनी हर बूंद में - उसकी तस्वीर दिखाने लगी । जैसे ही मैंने कहा - दूर हो जाओ मेरी नज़रों से । बड़ी चालाकी निकली - मेरी नजरों में ही आने लगी । Rakesh Soni