की जब रिश्ता हम दोनों का था , तो फैसला सिर्फ तुम्हारा ही क्यों ? दोस्ती थी भी या नही भी , यह भी फैसला तुम्हारा ही क्यों । हम से एक बार बात तो की होती , खुद से कुछ समझाया तो होता । इतने भी नासमझ न थे , यह हमको बताने दिया तो होता । माना हम शायर थे तुम नही , पर शब्दो का ज्ञान तो तुम्हारे पास भी था । थोड़ा खर्च करके तो देखते इसमे तुम्हारा कोई घाटा नही था । ©Short And Sweet Blog की जब रिश्ता हम दोनों का था ? #सैडशयरी #Love #हिंदीशायरी #NatureLove